Bilaspur

आधा लीटर दूध लेकर दिया चांदी का सिक्का, फिर नकली सोना थमाकर की दो लाख की धोखाधड़ी

गौरेला थाना प्रभारी सौरभ सिंहद ने बताया कि ग्राम बिजवार में रहने वाले पूरन लाल राठौर ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। पीड़ित ने बताया कि वह दूध बेचने का काम करता है। दूध लेकर वह 28 अप्रैल को वे ग्राहक के घर दूध देकर नीचे उतर रहे थे।

गौरेला पुलिस की गिरफ्त में धोखाधड़ी के आरोपित

बिलासपुर। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के ग्राम बिजरवार में रहने वाले दूध विक्रेता से आधा लीटर दूध लेकर जालसाजों ने चांदी का सिक्का दिया। भरोसा जीतने के बाद जालसाजों ने दूध विक्रेता को नकली सोना थमाकर दो लाख की धोखाधड़ी कर ली। इसकी शिकायत पर पुलिस ने महिला समेत तीन आरोपित को ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से सोने-चांदी के जेवर, नकली जेवर और कई मोबाइल व सिम जब्त किया है।

गौरेला थाना प्रभारी सौरभ सिंहद ने बताया कि ग्राम बिजवार में रहने वाले पूरन लाल राठौर ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। पीड़ित ने बताया कि वह दूध बेचने का काम करता है। दूध लेकर वह 28 अप्रैल को वे ग्राहक के घर दूध देकर नीचे उतर रहे थे। इसी दौरान एक अनजान व्यक्ति उनके पास आया। उसने अपने बच्चे को भूखा बताकर आधा लीटर दूध मांगा। रुपये नहीं होने की बात कहते हुए उसने चांदी का सिक्का दिया और मोबाइल नंबर लेकर चला गया। उसी शाम अनजान वयक्ति ने फोनकर चांदी के सिक्के संबंध में पूछताछ की। चांदी का सिक्का बाजार में चल जाने की बात कहने पर उसने अपनी पत्नी और बच्चे के बीमारी का बहाना किया। उसने अपने पास दो लाख रुपये के सोने की चेन होने की बात कहते हुए दूध विक्रेता को खरीदने के लिए कहा। रुपये नहीं होने पर दूध विक्रेता ने उस दिन रुपये नहीं होने की बात कहते हुए टाल दिया। तीन दिन बाद एक मई को अनजान लोगों ने उन्हें रुपये लेकर रेलवे स्टेशन के पास बुलाया। रेलवे स्टेशन के पास सुनसान जगह पर जालसाजों ने नकली सोना थमाकर दो लाख रुपये ले लिए। रुपये लेने के बाद जालसाज वहां से भाग निकले। इधर सोना नकली होने की आशंका पर दूध विक्रेता ने जांच कराई। जांच में सोना नकली होने पर उन्होंने पूरे मामले की शिकायत गौरेला थाने में की। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। साइबर सेल से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिला अंतर्गत हिमगिर में दबिश देकर दुर्ग जिले के खुर्सीपार क्षेत्र अंतर्गत शांतिपारा निवासी प्रभु सोलंकी(35), डोंगरगढ़ क्षेत्र के इंदिरानगर निवासी लक्ष्मण राठौर(28) और सीता सोलंकी(30) को गिरफ्तार कर लिया। मामले में एक आरोपित अरविंद फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। आरोपित के कब्जे से सोने-चांदी के जेवर, नकली जेवर और कई मोबाइल व सिम जब्त किए गए हैं।

पहले देते हैं असली जेवर, फिर बीमारी का बहाना कर ठगी की घटना को देते हैं अंजाम

पुलिस ने बताया कि आरोपित और उसके परिवार के सदस्य अलग-अलग जगहों पर डेरा डालकर कांच की कटिंग का काम करते हैं। इसी दौरान वे लोगों को फंसाने के लिए पहले असली सोना या चांदी देकर भरोसा जीत लेते हैं। इसके बाद बीमारी का बहाना कर कम दाम में सोना-चांदी बेचने का झांसा देकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देकर भाग निकलते हैं। आरोपित हर जगह अलग-अलग हेंडसेट और सिम का उपयोग करते हैं। सिम लेने के लिए वे दूसरे के नाम का उपयोग करते हैं।

कई मामले आ सकते हैं सामने

पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपित अपना ठिकाना बदलने के साथ ही मोबाइल और सिम बदल लेते थे। उनके पास कई मोबाइल और सिम मिले हैं। पुलिस ने सभी मोबाइल और सिम का डिटेल अलग-अलग राज्यों की पुलिस को भेजा है। पुलिस को आशंका है कि जालसाजों ने दूसरी जगहों पर इन मोबाइल और सिम के माध्यम से ठगी की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस की जांच में कई मामले सामने आ सकते हैं।


Suraj Tandekar

Chief Editor

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