जिस कोबरा के काटने से चली जाती है जान, नशे में कैसे होता है उसके जहर का इस्तेमाल
सांप के जहर से नशा बनाते वक्त बेहद सावधानी बरती जाती है, खासतौर से डोज हल्की हो इसका ध्यान रखा जाता है. जहर में कुछ दूसरे केमिकल भी मिलाए जाते है, ताकि डोज हल्का रहे और सामने वाले को नशा हो कुछ घंटों के लिए दिमाग सुन्न पड़ जाए. जहां तक बात कोबरा और वाइपर की है इनका जहर खून को जमा देता है.
दो नवंबर को नोएडा पुलिस ने वन विभाग के साथ छापेमारी कर पांच लोगों को 9 सांपों के साथ गिरफ्तार किया. 9 में से 5 सांप तो कोबरा है जो बेहद जहरीले सांप होते हैं. इसके अलावा पुलिस ने उनके पास से एक अजगर, एक घोड़ा पछाड़ सांप भी पकड़ा. साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से 20ml सांप का जहर भी बरामद किया. आरोपियों की गिरफ्तारी से चौंकाने वाली बात सामने आई है कि सापों के जहर का इस्तेमाल एनसीआर में होने वाली रेव पार्टियों में किया जाता था.
यह पूरा मामला उस समय सामने आया जब एक एनजीओ के शिकायतकर्ता ने नोएडा पुलिस को लिखकर दिया कि उन्हें सपेरे राहुल का नंबर एल्विस यादव के जरिए मिला था. फिर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की जिसमें पांच सपेरों के साथ एल्विस यादव का भी नाम है. हालांकि पुलिस का कहना है कि एल्विस पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उन्हें वेरीफाई किया जा रहा है. तथ्यों की जांच में जो सबूत सामने आएंगे उसी के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी
छापेमारी कर पांच लोगों को 9 सांपों के साथ गिरफ्तार किया
इस मामले के सामने आने के बाद हर किसी के मन में एक ही सवाल बार-बार उठ रहा है कि जिस कोबरा सांप के काटने से कोई भी इंसान चंद में मर जाता है, भला उस जहर का इस्तेमाल पार्टी में कैसे किया जा सकता है.