पंडित रविशंकर शुक्ला नगर मैं सार्वजनिक गरबा (डांडिया) उत्सव समिति द्वारा गरबा डांडिया का भव्य आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रथम पुरस्कार इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी व अन्य आकर्षित उपहार प्रतिभागियों को दिया जाना है
इस साल नवरात्रि रविवार 15 अक्टूबर 2023, से शुरू हो रही है, 23 अक्टूबर 2023 मंगलवार को नवरात्रि समाप्त होगी वहीं, 24 अक्टूबर, विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा.|

गरबा नृत्य के माध्यम से मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए देशभर में इसका आयोजन किया जाता है। ‘गरबा’ का असली मतलब- गरबा का शाब्दिक अर्थ है गर्भ दीप। गर्भ दीप को स्त्री के गर्भ की सृजन शक्ति का प्रतीक माना गया है। इसी शक्ति की मां दुर्गा के स्वरूप में पूजा की जाती है

दीप गर्भ की स्थापना के पास महिलाएं सुंदर व रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर माता शक्ति के आगे नृत्य कर उन्हें प्रसन्न करती हैं। आपको बता दें कि दीप गर्भ, नारी की सृजन शक्ति का प्रतीक है और गरबा इसी दीप गर्भ का अपभ्रंश रूप है। इस तरह से यह परंपरा आगे बढ़ी और आज सभी राज्यों में नवरात्री पर्व पर गरबा का आयोजन किया जाता है।

नवरात्रि में दुर्गा मां के नौ रुपों की पूजा अर्चना की जाती है मातारानी के प्रथम रूप को शैलपुत्री के नाम से जाना जाता है. दूसरा नाम ब्रह्मचारिणी, तीसरा चंद्रघंटा, चौथा कूष्मांडा, पांचवीं माता का नाम स्कंदमाता है. देवी के छठे रूप को कात्यायनी कहते हैं, सातवां कालरात्रि, आठवां महागौरी और नौवां स्वरूप सिद्धिदात्री के नाम से प्रसिद्ध है.

समिति के कार्यकर्ता एवं सदस्य के द्वारा सभी प्रकार की संपूर्ण व्यवस्था प्रतिभागियों के लिए किया गया है

वार्ड क्रमांक 23 के पार्षद अब्दुल रहमान का कहना है कि यह त्यौहार संपूर्ण भारत में बनाया जाता है नवरात्रि के 9 दिन में माता रानी के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है और मां से आशीर्वाद लिया जाता हैं