प्रधान पाठक ने छात्राओं के साथ किया छेड़छाड़, निलंबित
छात्रावास व विद्यालय में बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर वे सवाल उठाते रहे हैं। इसलिए कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने उनके खिलाफ साजिश रची है।
कोरबा । पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के घरीपखना स्थित विद्यालय के प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया गया है। उन पर बालिका आश्रम (छात्रावास) की छात्राओं से छेड़छाड़ करने का आरोप है। प्रकरण की जांच के बाद शिक्षा विभाग ने प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया है।
आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने इस प्रकरण में एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में यह मामला प्रकाश में आया था। जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक के घरीपखना में अनुसूचित जनजाति वर्ग की बालिकाओं के लिए सरकार ने बालिका आश्रम की सुविधा दी है। जहां पर दूरदराज से वास्ता रखने वाली बालिकाओं को आवास सुविधा देने के साथ उन्हें स्थानीय विद्यालय में शिक्षा का लाभ मिल रहा है। यहां की कुछ छात्राओं ने आश्रम अधीक्षिका शिकायत करते हुए बताया था कि विद्यालय के प्रधान पाठक संदीप अग्रवाल की ओर से मानसिक प्रताड़ना के साथ छेड़छाड़ करता है। मामला गंभीर था इसलिए अधीक्षिका ने अधिकारियों को अवगत कराया
आनन-फानन में एक टीम मौके पर भेज कर पीडि़तों का बयान लिया गया। रिपोर्ट के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रधान पाठक अग्रवाल को निलंबित कर कार्यालय अटैच कर दिया है। आदेश में कहा गया कि हेडमास्टर की यह हरकत गैर जिम्मेदाराना है, जिससे मर्यादाएं टूटती हैं। विभाग की ओर से प्रकरण की जानकारी उच्चाधिकारियों को भी भेजी गई थी, जिस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने आश्रम की अधीक्षिका को निर्देशित किया है कि दोषी हेडमास्टर के विरूद्ध संबंधित पुलिस थाना में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। उधर प्रधान पाठक अग्रवाल ने सफाई देते हुए कहा है कि छात्रावास व विद्यालय में बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर वे सवाल उठाते रहे हैं। इसलिए कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने उनके खिलाफ साजिश रची है।