बच्चों को संस्कारी बनाने की जरुरत उपेक्षा पड़ रही माता-पिता पर भारी
इससे नाबालिग बच्चों के माता पिता के साथ साथ पुलिस भी परेशान है। नाबालिग अपराधियों से आसपास के लोगों को भी परेशानी हो रही है।
कोरबा. महानगरों वाली जीवनशैली छोटे शहरों में पांव पसार रही है। भाग दौड़ की जिंदगी में बच्चे माता पिता और रिश्तेदार से दूर हो रहे हैं। अपनत्व कम हो रहा है। संस्कार की बातें कागजों में सिमट रही है। नैतिकता का तेजी से पतन तो ही रहा है, आधुनिकता की आड़ में अश्लीलता हावी हो रही है। कम उम्र में बड़े सपने और इसे साकार करने की कोशिश में कुछ नाबालिग अपराध ओर भी बढ़ रहे हैं। चोरी के अलावा हत्या और लूट जैसी घटनाओं में भी शामिल होने के मामले सामने आ रहे हैं। इससे नाबालिग बच्चों के माता पिता के साथ साथ पुलिस भी परेशान है। नाबालिग अपराधियों से आसपास के लोगों को भी परेशानी हो रही है।
ड्राइवर की हत्या कर बोलेरो की लूट
कम दाम पर बोलेरो बेचने के दौरान पाली पुलिस ने एक युवक को पकड़ा था। कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि चालक की हत्या कर बोलेरो की लूटी गई है। पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया। लूट और हत्याकांड में शामिल एक नाबालिग को भी गिरफ्तार किया गया था। घटनास्थल पेंड्रा होने से पुलिस ने आरोपियों को गौरेला थाना को सौंपा दिया। आरोपी मध्यप्रदेश के सीधी जिले का निवासी था।
बच्चों को दें संस्कार
मनोचिकित्सक डॉ नीलिमा महापात्रा ने बताया कि जबतकअभिभावक अपने बच्चों को अच्छे संस्कार नहीं देंगे। तब तक यह समस्या बनी रहेगी। आजकल माता पिता कामकाजी हो गए हैं। बच्चे घर में क्या कर रहे है? इसकी जानकारी नहीं होती है। मनोरंजन की आड़ में टेलीविजन व मोबाइल पर अभद्र एवं अश्लील कार्यक्रम दिखाए जा रहे, जो बच्चों को गलत रास्ते पर ले जाने का बड़ा कारण बन रहे है। इसपर माता पिता को नजर रखने की जरूरत है। माता पिता बच्चों के लिए समय निकाले। उन्हें संस्कारवान बनाने की कोशिश करें। ज्यादा से ज्यादा समय बच्चों के साथ बिताएं। बच्चों के मोबाइल पर निगरानी रखें।
बुलेट नहीं मिली तो 17 साल के लडक़े ने अपहरण की गढ़ी झूठी कहानी
मानिकपुर चौकी क्षेत्र में रहने वाला 17 साल का छात्र घर से शाम पांच बजे ट्वीशन जाने के लिए निकला। शाम सात बजे फोन कर परिवार को बताया कि उसका किसी ने अपहरण कर लिया है। हड़बड़ाए परिवार ने पुलिस को सूचना दी। साइबर सेल की मदद से पुलिस ने छात्र का लोकेशन प्राप्त किया। पता चला है कि वह पत्थलगांव की ओर जा रहा है। पुलिस ने जशपुर पुलिस से सम्पर्क कर घेराबंदी किया। छात्र पत्थलगांव बस स्टैंड में पकड़ा गया। मालूम हुआ है कि छात्र अपनी मर्जी से बस में बैठकर पत्थलगांव गया था। परिवार से बुलेट खरीदने की जिद्द कर रहा था। गाड़ी नहीं मिली तो घर छोडकऱ भाग गया। अपहरण की झूठी कहानी रचा।