Chhattisgarh

रोम-रोम में राम, गीतांजलि में होगा वंदन-अभिनंदन

रामानामी सम्मान समारोह समिति के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में सांरगगढ़, सक्ती, जांजगीर-चांपा जिले के रमरमिहा समुदाय के 45 श्रद्धालु शामिल होंगे।

कोरबा। अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में 22 जनवरी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जन-जन में उत्साह का आनंद बना हुआ है। इस उत्सव को उल्लास का रूप देने विभिन्न आयोजन शहर में शुरूआत हो रही है। इसी कड़ी में रामनामी सम्मान समारोह आयोजन शहर के गीतांजलि भवन में विवेकानंद जयंती के अवसर शाम चार बजे आयेाजित किया जाएगा। रामानामी सम्मान समारोह समिति के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में सांरगगढ़, सक्ती, जांजगीर-चांपा जिले के रमरमिहा समुदाय के 45 श्रद्धालु शामिल होंगे।

रोम, रोम में बसने वाले राम, जगत के स्वामी। यह एक गीत ही नहीं बल्कि वह आस्था है जो अपने ईश्वर के प्रति एक भक्त की होती है। छत्तीसगढ़ में रमरमिहा (रामनामी) एक ऐसे समुदाय हैं जिन्होने अपने पूरे शरीर में राम नाम गोदना (कभी नहीं मिटने वाली स्याही) से राम लिखवा रखा है। रामनाम को हृदय में बसाने वाले ऐसे समुदाय को भला रामलला के प्राण पतिष्ठा के अवसर पर कैसे भूला जा सकता है। आयोजन समिति के सदस्य संतोष खरे ने बताया कि हमारे आराध्य भगवान ने संपूर्ण जगत को सामाजिक समरसता की प्रेरणा दी है। राम चरित मानस में इसका स्पष्ट उल्लेख है।

भीलनी शबरी के जूठे बेर को खाकर इसका प्रमाण दिया है। यही नहीं उन्होने वन में रहने वाले वनवासी निषाद को अपने हृदय से लगाया। स्वामी विवेकानंद ने इस भाव को जन-जन तक पहुंचाया। यही वजह है कि रमरमिहा (रामनामी) समुदाय के लोगों के सम्मान के लिए स्वामी जी के जयंती के अवसर को चुना गया है। उन्होने बताया कि कोरबा में सम्मान आयोजन का उद्देश्य जन-जन में सामाजिक समानता को बढ़ावा देना है। खरे ने बताया कि कोरबा को लघु भारत के रूप में जाना जाता है। औद्योगिक नगरी होने की वजह से भारत वर्ष के अधिकांश प्रांत के लोग निवास करते हैं। ओडिशा, पंजाब, गुजरात, तमिनाडु, बिहार, महाराष्ट्र आदि आदि प्रांत के निवासरत लोग रमरमिहा समुदाय का सम्मान करेंगे।

अयोध्या से होगा लाइव प्रसारण

राम लला के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा लाइव प्रसारण 22 जनवरी को किया जाएगा। शहर के महाराणा प्रताप चौक स्थित रामजानकी मंदिर के पुजारी कमलेश्वर उपाध्याय ने बताया कि मंदिर को उत्सव आयोजन के लिए मंदिर को सुसज्जित किया जा रहा। उन्होने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक किया जाएगा। एक बजे विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। शाम के समय मंदिर प्रांगण को मिट्टी के जगमग दीपकों से सुसज्ज्ति किया जाएगा।


Suraj Tandekar

Chief Editor

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