80 लाख रुपए, 2 मोबाइल और नोट गिनने की मशीन… रायपुर पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग और हवाला का किया भंडाफोड़
Raipur News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में ऑनलाइन गेमिंग और हवाला कारोबार का खुलासा हुआ है। पुलिस ने रायपुर से तीन गुजराती लोगों को दबोच लिया है। तीनों आरोपियों ने पूरी खेल का बड़ा खुलासा भी किया है। आइए जानते हैं कैसे करते हैं कांड।
दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की पुलिस ने राजधानी रायपुर में हवाला कारोबार के आरोप में गुजरात के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे 80 लाख रुपए नकद के साथ ही नोट गिनने की मशीन बरामद की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीनों आरोपी कथित तौर पर उस गिरोह का हिस्सा हैं जो ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग एप्लिकेशन के माध्यम से जुटाए गए पैसों को अन्य जगहों पर भेजते हैं।
दुर्ग जिले के एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने रायपुर के शंकर नगर इलाके से शक्ति सिंह जटेजा (26), जयेंद्र सिंह जटेजा (21) और आकाश कुमार दवे (31) को गिरफ्तार किया है। तीनों गुजरात के पाटण जिले के निवासी हैं। पिछले सप्ताह दुर्ग के भिलाई इलाके में एक ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप पैनल ऑपरेटर की गिरफ्तारी के बाद हवाला कारोबारियों की गिरफ्तारी में मदद मिली। उन्होंने बताया कि 28 जून को रूआबांधा (भिलाई) निवासी विनय कुमार यादव को सुपेला इलाके से उस समय पकड़ा गया, जब वह अपनी कार से ऑनलाइन गेमिंग और सट्टा ऐप के जरिए सट्टेबाजी में लिप्त था।
पुलिस ने ऐसे पकड़ा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब यादव से पूछताछ की गई तब उसने पुलिस को बताया कि उसने सट्टे से जुटाए गए पैसों को हवाला (पैसे भेजने का अवैध चैनल) के माध्यम से कुछ लोगों को भेजा था। शुक्ला के अनुसार उसने रायपुर के शंकर नगर इलाके में स्थित उस कार्यालय के बारे में भी बताया, जहां हवाला का कारोबार चल रहा था। इसके बाद दुर्ग पुलिस ने रायपुर स्थित कार्यालय पर छापा मार कर तीनों को पकड़ लिया।
80 लाख रुपए नकद के साथ तीन गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे ऑनलाइन सट्टे से जुटाए गए पैसों का उस कार्यालय से हवाला के जरिए लेन—देन कर रहे थे। कार्यालय का संचालन अहमदाबाद के दिनेश भाई व्यास के द्वारा किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि कार्यालय से 80 लाख रुपये नकद, दो मोबाइल फोन, नोट गिनने की तीन मशीन आदि बरामद किए गए। शुक्ला ने बताया कि हवाला कार्यालय संचालित करने वाला दिनेश भाई फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।