NTPC Power Plant: मजदूरों को नहीं मिला गेट पास, श्रमिकों ने कहा- काम से निकालने पर NTPC रहता मौन
एनटीपीसी के मजदूरों को गेट पास नहीं दिया गया, ऐसे में मजदूर काफी आक्रोश में हैं। मजदूरों का कहना है कि जब उन्हें काम से निकाला जाता है तो एनटीपीसी मौन रहता है।
कोरबा में एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ मजदूरों का आक्रोश एक बार फिर से फूट पड़ा है। गेट पास नहीं दिए जाने से मजदूरों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। जिस तरह से मजदूरों का हक मारा जा रहा है, उसे लेकर केसी जैन मार्ग पर श्रमिक नेता इकट्ठे हो गए हैं और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। श्रमिक नेताओं ने स्पष्ट रुप से कह दिया है कि श्रमिकों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्रमिकों का यह भी आरोप है कि उन्हें जब काम से बाहर निकाला जाता है, तब एनटीपीसी प्रबंधन मौन रहता है।
मजदूर रितेश कुमार ने बताया कि लगभग ढाई सौ कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया गया है। बताया जा रहा है कि एनटीपीसी पावर प्लांट में 31 तारीख को नई कंपनी को कम दे दिया है, जहां ठेका चेंज होने के बाद दूसरी कंपनी आ गई है और अपने हिसाब से कर्मचारियों को रख रही है। सुबह जब वह काम पर आए, तब इसकी जानकारी हुई। कर्मचारी दोष कुमार मनेवार ने बताया कि पिछले 15 सालों से एनटीपीसी में ठेका करनी है, लेकिन अचानक उसे कम से निकाल दिया गया है। ऐसे में उसके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है।
छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के दर्री इकाई के अध्यक्ष नवल किशोर साहू ने बताया कि एनटीपीसी प्रबंधन और ठेकेदार कर्मचारियों के साथ अत्याचार कर रही है। उनका शोषण कर रही है अचानक लगभग ढाई सौ कर्मचारियों को कम से निकल गया। इसके बाद एनटीपीसी प्रबंधन ठेकेदार के मध्य वार्ता हुई है, जहां चार दिनों के भीतर सभी को कम पर रखने की बात और सहमति बनी है। अगर चार दिन बाद उन्हें कम पर नहीं रखा जाएगा तो आने वाले समय में प्रदर्शन कर आंदोलन किया जाएगा।